सहारा के निवेशकों के लिए खुशखबरी
Sahara India News: सहारा के निवेशकों के लिए खुशखबरी, सुब्रत राय के पत्नी के ऊपर बड़ी कार्रवाई, सहारा ग्रुप के चेयरमैन सुब्रत राय की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. करोड़ों निवेशकों का पैसा नहीं लौटाने के मामले में सजा काट रहे सुब्रत राय और उनकी पत्नी पर अब यूपी के बलरामपुर में मामला दर्ज किया गया है.
सहारा इंडिया से जुड़े खबर के लिए EarthVasi को Subscribe करें
Subrata Roy Sahara
सहारा इंडिया (Sahara India) में निवेश करने वाले करोड़ों निवेशकों के लिए एक और अपडेट है. सहारा ग्रुप के चेयरमैन सुब्रत राय की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. करोड़ों निवेशकों का पैसा नहीं लौटाने के मामले में सजा काट रहे सुब्रत राय और उनकी पत्नी पर अब यूपी के बलरामपुर में मामला दर्ज किया गया है. बलरामपुर के सीजीएम रत्नेश दीप कमल ने रुपये हड़पने के मामले में सहारा इंडिया बैंक के निदेशक सुब्रत राय और उनकी पत्नी समेत 10 लोगों के खिलाफ कोतवाली एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था.

Sahara India Latest Update
सुनवाई नहीं होने पर निबेशको ने अदालत का दरवाजा खटखटाया
अदालत के आदेश पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. दरअसल, बलरामपुर में सिटी पैलेस निवासी दिनेश प्रताप सिंह ने सहारा इंडिया बैंक में 42 हजार रुपये छह साल के लिए जमा किये थे. समय पूरा होने पर बैंक अधिकारियों ने पैसा नहीं दिया. पुलिस ने भी इस मामले में किसी तरह की सुनवाई नहीं की. इसके बाद पीड़ित ने अदालत का दरवाजा खटखटाया. अदालत के आदेश पर सुब्रत राय की पत्नी समेत कुल 10 के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
सहारा का तर्क, सेबी के पास जमा किया पूरा पैसा
पिछले दिनों सहारा ने एक विज्ञापन जारी करते हुए कहा था कि उसने पैसा सेबी (SEBI) के पास जमा कर दिया है. दूसरी तरफ सेबी (SEBI) का कहना है कि अब तक महज 81.70 करोड़ रुपये के लिए 53,642 ओरिजिनल बॉन्ड सर्टिफिकेट / पास बुक से जुड़े 19,644 आवेदन मिले हैं.
सुब्रत राय के साथ और तीन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी
इससे पहले बिहार के नवादा में जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग ने सुब्रत राय समेत तीन के खिलाफ अलग-अलग मुकदमों में गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. किशोर कुमार ने नवादा ब्रांच में 12.04 लाख रुपये जमा किए थे. लेकिन तय समय पूरा नहीं होने पर भी सहारा ने भुगतान नहीं किया. पीड़ित ने भुगतान की मांग करते हुए अदालत में मुकदमा दायर कर दिया. इसी तरह नवीन कुमार ने भी 12 लाख 4 हजार रुपये जमा किए थे. लेकिन उन्हें भी समय पूरा होने पर पैसा नहीं मिला.